by अमृता प्रिया | मार्च 22, 2024
(22 मार्च, 2024) “मैं भारत में पला-बढ़ा हूँ जहाँ मेरे परिवार की जूते की दुकान थी। वहां मैंने व्यवसाय की मूल बातें सीखीं, सबसे जटिल व्यावसायिक स्थितियों का भी निदान करने की क्षमता विकसित की, और अपनी कार्य नीति को निखारा। ये मूलभूत कौशल रहे हैं...
by नम्रता श्रीवास्तव | नवम्बर 4, 2022
(4 नवंबर, 2022) वैश्विक महामारी ने विकासशील देशों में सामान्य जीवन रक्षक दवाओं की दुर्गमता को उजागर कर दिया। बेसिक पेरासिटामोल से लेकर ओनली-ऑन-प्रिस्क्रिप्शन रेमेडिसविर तक, दुनिया भर के मरीजों को पिछले दिनों दवाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ा।