by विक्रम शर्मा | नवम्बर 1, 2022
(1 नवंबर, 2022) संजीव सान्याल काफी असंरचित जीवन जीते हैं, एक निश्चित दिनचर्या या सप्ताहांत से रहित। कुछ दिन बैठकों से भरे होते हैं, अन्य दिनों में सार्वजनिक कार्यक्रम होते हैं और भारत भर में यात्रा होती है, कभी-कभी विदेश में। मुट्ठी भर शांत दिन उसे अनुमति देते हैं ...