by वैश्विक भारतीय | जनवरी 22, 2022
(22 जनवरी, 2022) डॉ संजीव निचानी ओबीई कहते हैं, "उन माता-पिता को देखने से बड़ी खुशी की कोई बात नहीं है, जिन्होंने सोचा था कि वे अपने बच्चे को खोने जा रहे हैं, उन्हें दिल की बीमारी से ठीक कर घर ले जाएं।" नियति की संतान, भाग्य की एक विचित्रता ने उसके लापरवाह बचपन को एक में बदल दिया...