by विक्रम शर्मा | सितम्बर 15, 2021
(सितंबर 15, 2021) बचपन में, श्रेयस अयालुरी कागज के टुकड़ों पर कुछ भी लिखने में घंटों बिताते थे। उसके सिवा किसी को कोई मतलब नहीं था। डूडल, विचारों की बौछार, विचारों, कैच वाक्यांशों या केवल टू-डू-लिस्ट से - वह अधिकांश भाग के लिए इस पर होगा ...